प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को बजट सत्र शुरू होने से पहले संसद परिसर में मीडिया को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने 2047 तक भारत को विकसित राष्ट्र बनाने का संकल्प एक बार फिर दोहराया. मीडिया को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने इशारों ही इशारों में बता दिया कि सरकार कैसा बजट पेश करने वाली है. प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में गरीब, मीडिल, क्लास, महिलाओं और युवाओं की बात की. इसके साथ ही उन्होंने विकसित भारत के लिए रिफार्म, परफार्म और ट्रांसफार्म के फार्मूले की बात की. इससे लगता है कि इस बार का बजट इन्हीं शब्दों के ईर्द-गिर्द रहने वाला है.
गरीब और मध्य वर्ग
पीएम मोदी के तीसरे कार्यकाल का यह पहला पूर्ण बजट है. प्रधानमंत्री ने कहा,''मैं मां लक्ष्मी से प्रार्थना करता हूं कि गरीब और मध्य वर्ग पर उनकी विशेष कृपा रहे.'' इससे लगा कि इस बार के बजट में सरकार गरीब और मध्य पर विशेष ध्यान देने वाली है. सरकार इनके लिए चलाई जा रहीं योजनाओं का बजट बढ़ाया जा सकता है. सरकार कुछ नई योजनाओं का ऐलान भी गरीबों और मध्य वर्ग के लिए कर सकती है.मध्य वर्ग और नौकरीपेशा बहुत पहले से ही कर मुक्त आय की सीमा बढ़ाने की मांग कर रही है, ऐसे में हो सकता है कि सरकार इस बजट में उनकी इस मांग को पूरा करे. अभी देश में सात लाख रुपये सालाना आय वाले लोगों को कोई टैक्स नहीं देना पड़ सकता है.
विकसित भारत का सपना
पीएम मोदी ने एक बार फिर विकसित भारत की बात की. इसका सपना उन्होंने लाल किले की प्राचीर से देखा है. पीएम मोदी की सरकार इस दिशा में तभी से काम कर रही है. विकसित भारत का उद्देश्य आजादी के 100वें साल 2047 तक भारत को एक विकसित राष्ट्र बनाना है. इस दृष्टिकोण में आर्थिक विकास, सामाजिक प्रगति, पर्यावरणीय स्थिरता और सुशासन सहित विकास के विभिन्न पहलुओं का शामिल को किया गया है.उन्होंने कहा कि यह बजट विकसित भारत के सपने के लिए एक नया विश्वास पैदा करेगा. नई ऊर्जा देगा. उन्होंने कहा कि भारत 2047 में जब आजादी की सौवीं वर्षगांठ मनाएगा तो वह विकसित होकर रहेगा. 140 करोड़ देशवासी अपने सामूहिक प्रयास से इस संकल्प को परिपूर्ण करेंगे. उन्होंने कहा कि तीसरे कार्यकाल में हम मिशन मोड में देश के सार्वांगीण विकास के लिए चाहें वह भौगोलिक रूप से हो या सामाजिक या आर्थिक रूप से हो हम मिशन मोड में आगे बढते जा रहे हैं. कई अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं ने भी इस साल भारत के जीडीपी में 6.5 फीसदी से अधिक विकास की उम्मीद जताई है.इससे लगता है कि सरकार इस बजट में विकसित भारत के सपने को पूरा करने के लिए कई सुधारों का ऐलान कर सकती हैं.
महिलाओं के गौरव की पुर्नस्थापना
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उम्मीद जताई कि इस सत्र में हमेशा की तरह कई ऐतिहासिक बिल पर चर्चा होगी. उन्होंने कहा कि व्यापक मंथन के साथ ये कानून राष्ट्र की ताकत को बढ़ाने वाले होंगे, खासकर नारी शक्ति के गौरव को पुर्नस्थापित करने की दिशा में. उन्होंने कहा कि पंथ और संप्रदाय के भेद से मुक्त होकर हर नारी को सम्मानपूर्ण जीवन मिले. उसको भी समान अधिकार मिले. इस दिशा में कई निर्णय लिए जाएंगे. इससे लगता है कि सरकार बजट में महिलाओं से लिए कई योजनाओं का ऐलान कर सकती है.मोदी सरकार महिलाओं के लिए 'मिशन शक्ति', 'मातृ वंदना योजना', और 'जननी सुरक्षा योजना'जैसी कई योजनाएं चला रही है. ये योजनाएं महिलाओं के स्वास्थ्य, सुरक्षा और आर्थिक स्थिति से जुड़ी हुई हैं. महिलाओं को उम्मीद है कि सरकार इन योजनाओं को जारी रखेगी और इनका बजट बढाएगी.
युवाओं के लिए क्या हो सकता है
प्रधानमंत्री ने कहा कि आज जो 20-25 साल के युवा हैं, ये जब आजादी के सौवें साल के समय 45-50 साल के होंगे.वे उस समय नीति निर्धारण में भागीदार होंगे.वे विकसित भारत के सबसे बड़े लाभार्थी होंगे. वो गर्व के साथ विकसित भारत के साथ आगे बढ़ेंगे.उन्होंने इसकी तुलना आजादी की लड़ाई से की. उन्होंने कहा कि 1930-40 में जो युवा आजादी के लिए लड़ाई में शामिल हुए, उनके प्रयासों का फल उस पीढ़ी को मिला जो आजादी के 20-25 साल बाद आई. मोदी का युवाओं पर दिया यह जोर बताता है कि सरकार इस बजट में युवाओं के लिए कुछ बड़े ऐलान कर सकती है. उम्मीद की जा रही है कि सरकार प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना और मुद्रा योजना जैसी योजना का बजट बढाए. बजट से पहले ही सरकार ने यह घोषणा की है कि वो 34 हजार करोड़ से एआई प्रोजेक्ट शुरू करेगी. इस परियोजना से युवाओं को भी फायदा होगा.
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